सभी आर टी आई कार्यकर्ता साथियो मित्रो , भारतीय कानून सुचना का अधिकार अधिनियम २००५ तहत हम सरकारी एव सरकार के अधीनस्थ विभिन संस्थाओ से सुचना मांगते है ,आये दिन हमारे कार्यकर्ताओ को जान से हाथ धोना पड़ता है ,सुचना मांगना मोत को गले लगाना जैसा है ,भारतीय जो सरकार ने आम जनता के लिए बनाया गया है , तो फिर ये खूनखराबा कब तक हम सेहन करेंगे ,कब तक नित्य एक खबर मिलती है की आज पूना में एक आर टी आई कार्य करता को गोली मर दी गयी आज लखनऊ में गोलियों से भून दिया गया ,मित्रो कब तक क्या आर टी आई मांगना मोत को बुलावा है ,क्या सरकार ये ही चाहती है की कार्यकर्ता ऐसे ही मरते रहे वो भी एक कानून का इस्तेमाल कर के कब तक बहिन बेटियो के माथे का सिंदूर उजड़ता रहेगा ,कब तक छोटे छोटे बचो के ऊपर से एक बाप का छाया उठता रहेगा ,पुलिस को शिकायत करने पर कोई सुरक्षा नहीं दी जाती कब तक ये सिलसिला चलता रहेगा ,एक हक़ की लड़ाई में जान गवानी पड़ती है ,एक कार्यकर्ता सरकारी विभाग से सुचना मांगता है उसके बाद उसकी जिंदगी खतरे में पड़ जाती है ,धमकिया मिलनी चुरू हो जाती है जैसे कोई बहुत बड़ा गुनाह कर दिया हो ,पुलिस में शिकायत दर्ज करवाये तब पुलिस कार्यकर्ता को सुरक्षा नहीं देती ,उल्टा आर टी आई वापस लेने की नसीहत कब तक ये खुनी खेल चलता रहेगा ,सरकार आर टी आई कार्यकर्ताओ को सुरक्षा हेतु कड़े कदम क्यों नहीं उठा रही है ,क्या सरकार ये ही चाहती है की आये दिन हमारे कार्यकर्ता ऐसे ही माफियाओ के शिकार होते रहे ,मेरी भारत सरकार से अपील है की आर टी आई कार्यकर्ताओ को कड़ी सुरक्षा उपलबध करवाये ,ताकि ये खुनी खेल पर काबू पाया जा सके एक कानून का इस्तेमाल करने वाले जागरूक कार्यकर्ता की जान जोखिम में न पड़े ,अन्यथा ये खुनी खेल दिन प्रतिदिन उग्र बनता जा रहा है ,वन्देमातरम जय हिन्द आर टी आई कार्यकर्ता ,जगदीश आर राजपुरोहित जालोर राजस्थान
Good
ReplyDeleteसभी आर टी आई कार्यकर्ता साथियो
ReplyDeleteमित्रो ,
भारतीय कानून सुचना का अधिकार अधिनियम २००५ तहत हम सरकारी एव सरकार के अधीनस्थ विभिन संस्थाओ से सुचना मांगते है ,आये दिन
हमारे कार्यकर्ताओ को जान से हाथ धोना पड़ता है ,सुचना मांगना मोत को गले लगाना जैसा है ,भारतीय जो सरकार ने आम जनता के लिए बनाया गया है ,
तो फिर ये खूनखराबा कब तक हम सेहन करेंगे ,कब तक नित्य एक खबर मिलती है की आज पूना में एक आर टी आई कार्य करता को गोली मर दी गयी आज लखनऊ में गोलियों से भून दिया गया ,मित्रो कब तक क्या आर टी आई मांगना मोत को बुलावा है ,क्या सरकार ये ही चाहती है की कार्यकर्ता ऐसे ही मरते रहे वो भी एक कानून का इस्तेमाल कर के कब तक बहिन बेटियो के माथे का सिंदूर उजड़ता रहेगा ,कब तक छोटे छोटे बचो के ऊपर से एक बाप का छाया उठता रहेगा ,पुलिस को शिकायत करने पर कोई सुरक्षा नहीं दी जाती कब तक ये सिलसिला चलता रहेगा ,एक हक़ की लड़ाई में जान गवानी पड़ती है ,एक कार्यकर्ता सरकारी विभाग से सुचना मांगता है उसके बाद उसकी जिंदगी खतरे में पड़ जाती है ,धमकिया मिलनी चुरू हो जाती है जैसे कोई बहुत बड़ा गुनाह कर दिया हो ,पुलिस में शिकायत दर्ज करवाये तब पुलिस कार्यकर्ता को सुरक्षा नहीं देती ,उल्टा आर टी आई वापस लेने की नसीहत कब तक ये खुनी खेल चलता रहेगा ,सरकार आर टी आई कार्यकर्ताओ को सुरक्षा हेतु कड़े कदम क्यों नहीं उठा रही है ,क्या सरकार ये ही चाहती है की आये दिन हमारे कार्यकर्ता ऐसे ही माफियाओ के शिकार होते रहे ,मेरी भारत सरकार से अपील है की आर टी आई कार्यकर्ताओ को कड़ी सुरक्षा उपलबध करवाये ,ताकि ये खुनी खेल पर काबू पाया जा सके एक कानून का इस्तेमाल करने वाले जागरूक कार्यकर्ता की जान जोखिम में न पड़े ,अन्यथा ये खुनी खेल दिन प्रतिदिन उग्र बनता जा रहा है ,वन्देमातरम जय हिन्द
आर टी आई कार्यकर्ता ,जगदीश आर राजपुरोहित जालोर राजस्थान